अब पासपोर्ट बनाने में होगी आसानी। Changes that will make applying Indian passport easier.

Changes in applying for Indian passport

भारत सरकार ने हाल ही में Indian passport के आवेदन की प्रक्रिया को और आसान बनाने के लिए कई नए नियमो की घोषणा की है इन नियमो में के तहत समाज के कुछ वर्गों को खास करके फायदा होगा जिन्हें इससे पहले पासपोर्ट के आवेदन में परेशानी आती थी जैसे की अनाथ या बिन शादी के हुए बच्चे ।

२३ दिसम्बर २०१६ से भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट बनबाने की प्रक्रिया को और आसान बनाने के लिए नए नियम लागू किये है जिससे आशा है की इन नए नियमो से पासपोर्ट बनबाना और आसान हो जाएगा ।

नियम १. अब कुँवारी माँ या पिता या बिन शादी के हुए बच्चो और अनाथ बच्चो को पासपोर्ट भी आसानी से बनेगा और माँ बाप दोनों के नाम पासपोर्ट के लिए जरूरी नही होगा । साधु सन्यासी के लिए भी पासपोर्ट अप्लाई करना आसान होगा |

नियम २:  जन्ममिति के लिए अब स्कूल का प्रमाण-पत्र, पेन कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर कार्ड के साथ साथ बीमा पॉलिसी पर लिखी हुई जन्ममिति भी मान्य होगी ।

नियम ३: पहले जहाँ पासपोर्ट के आवेदन में माता पिता दोनों को नाम देना जरूरी होता था अब सिर्फ माँ या पिता का नाम देना ही काफी होगा । इससे अब सिंगल माता या पिता को भी अपने बच्चो कोा पासपोर्ट बनाने में आसानी होगी । अगर अभिभावक चाहे तो बच्चे के पासपोर्ट पर सिर्फ माँ या पिता का नाम ही प्रकाशित होगा ।

नियम ४:  विवाहित लोगो को अब शादी का प्रमाण पत्र  या Annexure ‘K’  देने की जरुरत नहीं होगी ।

नियम ५: अनाथ बच्चो के passport की application के साथ अगर जन्म प्रमाण पत्र या जन्मतिथि की मार्कशीट नही है तो ऐसी अवस्था में वे अपने संस्थान  के letterpad पर संस्थान प्रमुख के द्वारा दी गयी जन्मतिथि दे सकते है. ।

नियम ६: अगर पासपोर्ट की application किसी बच्चे के लिए है और बच्चा बिन शादी के हुआ है तो ऐसी स्थिति में आवेदन पत्र के साथ सिर्फ Annexure G  देना काफी होगा. ।

नियम 7. सरकारी कर्मचारी जिनके पास अपने संस्थान का पहचान पत्र या अनापत्ति (No objection) प्रमाण पत्र नहीं है, वे आपात स्थिति में पासपोर्ट लेने के लिए स्वघोषित Annexure-‘N’ जमा करा सकते हैं । उन्हें सिर्फ ये घोषित करना होगा कि वो अपने संस्थान को पासपोर्ट आवेदन की जानकारी दे चुके हैं ।

नियम ८:  अब साधु-सन्यासियों के लिए भी पासपोर्ट बनाना आसान होगा । साधु – सन्यासी अपने गुरू का नाम अभिभावक के तौर पर देकर पासपोर्ट के लिए आवेदन कर सकते हैं. हालांकि इसके लिए ये जरुरी होगा की उनके पास कोई ऐसा प्रमाण पत्र हो जिसमें उनके अभिभावक के रूप में उनके आध्यात्मिक गुरू का नाम हो ।

यह लेख का आधिकारिक विवरण यहाँ दिए हुए link पर उपलव्ध है ।

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